दुर्ग में घुमने लायक जगह | Places to visit in Durg in Hindi

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Place to visit in Durg in hindi: छत्तीसगढ़ राज्य के लगभग मध्य में स्थित दुर्ग इस राज्य के सबसे खुबसूरत जिलो में से एक है.

शिवनाथ नदी के पूर्वी तट पर बसा दुर्ग जिला उत्तर में बमेतारा जिले से, पश्चिम में राजनंदगांव जिला से, दक्षिण में बलोदा जिला से, और पूर्व में रायपुर तथा धमतरी जिला से घिरा हुआ है.

दुर्ग जिले का पूरा क्षेत्र 8535 वर्ग km का है जिसमे से लगभग 776 वर्ग km की क्षेत्र घने जंगलो के अंतर गत आता है.

दुर्ग जिला एक प्रमुख औधोगिक और कृषि केंद्र के लिए जाना जाता है. इस जिले की जनसँख्या भी काफी है.

दुर्ग जिले का इतिहास– इसके इतिहास से पता चलता है, पहले दुर्ग दक्षिण या कौशल सम्राज्य का हिस्सा हुआ करता था. साथ में ही यहाँ पर अशोक के शासन और उसके बाद मराठाओं और उसके बाद अंग्रेजो के शासन के भी प्रमाण मिलते हैं.

दुर्ग एक अलग जिला 1906 में बना.

पर्यटन के मामले में दुर्ग जिला छत्तीसगढ़ के सबसे खुबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक कहा जाता है. सालो भार सैलानी यहाँ पर घुमने के लिए दूर दूर से आते हैं.

दुर्ग में घुमने लायक कई destinations है तो चलिए आज हम दुर्ग के प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में इस लेख द्वारा जानकारी लेते हैं.

1. दुर्ग का धार्मिक स्थल देवबलोड़- Durg Ka Dharmik Sthal Deobaloda In Hindi

Deobaloda
source-commons.wikimedia.org

देवबलोड़ चरोड़ा में स्थित एक छोटा सा क़स्बा है जो भिलाई से लगभग 3 km दुरी पर है. देवबलोड़ जगह एक प्राचीन शिव मंदिर के लिए प्रसिद्ध है तथा इसकी इतिहास 5वीं शताब्दी से मिलती है.

इस मंदिर के पास एक जलाशय स्थित है, जो कहा जाता है इस जलाशय का भूमिगत का सम्बन्ध छत्तीसगढ़ के अन्य शहर अरोंग से है. 

इस मंदिर में भगवान शिव की, भगवान गणेश की सहित कई देवताओ की प्रतिमा भी है और तो और नंदी की मूर्ति और कुछ कामुक प्रतिमाये भी बनी हुई है.

2. पाटन- Patan

पाटन एक क़स्बा है, तथा पाटन  दुर्ग जिले का नगर पंचायत भी है. पाटन समुन्द्र तल से 280 m उचाई पर स्थित है जो प्राकृतिक सुंदरताओं से भरी है.

यह पर्यटन स्थल अपने आधुनिक और जनजातियों परंपराओ के एक साथ होने के कारन यह क़स्बा पर्यटकों के बीच काफी चर्चित रहती है.

3. दुर्ग का आकर्षण स्थल टंडुला- Durg Ka Aakrshan Sthal Tendula In Hindi

Tendula

टंडुला भिलाई से 60 km की दुरी पर स्थित है तथा बलोड़ से 5 km दूर पर स्थित है. टंडुला को एक मानव निर्मित चमत्कर के रूप में जाना जाता है.

यह बांध टंडुला नदी के ऊपर बना है. इसका निर्माण 1912 में हुआ था. ये जगह पिकनिक के लिए आदर्श माना जाता है.

4. गंगा मय्या मंदिर- Ganga Maiya Temple

भिलाई से 60 km दूर स्थित झालमाला में गंगा मैया मंदिर से बहुत ही रोचक कथा जुडी हुई है. कहानी के अनुसार स्थानीय मछुआरे ने मंदिर के देवता को अपने जाल में पाया लेकिन इसे ठीक करने के बजाय इसे अनदेखा कर दिया. बाद में उसी गावं में रहने वाले एक व्यक्ति ने सपना देखा जिसमे मूर्ति ने उस व्यक्ति को गाव के पास एक झोपरी में पुन: प्राप्त करने का आदेश दिया था. कुछ समय बाद भीकम चंदा तिवारी द्वारा एक मंदिर की स्थापना की गयी.

5. उवसाग्घरम पार्श्वावा तीर्थ- Uwasaggharam Parshwa Teerth

यह नागपुरा में जैन मंदिर है, जो वर्ष 1995 में स्थापित एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है. मंदिर के अलावा, यह स्थल एक बगीचे, मंदिरों, योग केंद्र और गेस्ट हाउस के लिए भी है जो की शोनाथ नदी के तट पर बना हुआ है. मंदिर की सबसे आकर्षक विशेषता इसके 30 फिट उचे प्रवेश द्वार और श्री पार्श्वनाथ की प्रतिमा है. इस स्थल में पूर्णिमा के दिन बड़ी संख्या में भक्तो की बहुत भीड़ होती है.

दुर्ग घुमने का सबसे अच्छा समय- Best time to visit Durg in Hindi

दुर्ग घुमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक का होता है. इन महीनो के दौरान यहाँ का तापमान 27-11 डिग्री सेल्सियस होती है, और इन्ही महीनो में पर्यटनो को प्राथमिकता दी जाती है.

दुर्ग कैसे पहुचे- How to reach Durg in Hindi

सड़क मार्ग द्वारा (By Road)– यदि आप दुर्ग जाने के लिए सड़क मार्ग द्वारा करते हैं तो हम बता दे की दुर्ग रायपुर और नागपुर से सीधा जुड़ा हुआ है.

ट्रेन द्वारा (By Train)– यदि आप दुर्ग ट्रेन द्वारा यात्रा करते हैं तो हम बता दें की दुर्ग की अपनी रेलवे स्टेशन है जो हावड़ा-मुंबई रेल लाइन पर स्थित है. जो भारत के प्रमुख शहरो से जुड़ता है.

हवाई जहाज द्वारा (By Flight)– यदि आप हवाई जहाज से दुर्ग की यात्रा करते है तो हम बता दी की दुर्ग की अपनी कोई हवाई अड्डा नही है इसीलिए आपको इसके नजदीकी हवाई अड्डा है जो रायपुर हवाई अड्डा है और यहाँ से यहाँ के लिए भारत के प्रमुख शहरो से अच्छी तरह जुडी हुई है.

दुर्ग का नक्शा- Durg Map

Abhishek
Abhishek

अभिषेक कुमार HindiYatra के संस्थापक और लेखक है. उन्हें नई जगहों का पता लगाने और उनके बारे में लिखने का शौख है.
इनका गृह नगर बिहारशरीफ है. वह एक अशंकालिक ब्लॉगर है और डिजिटल मर्केटर के रूप में काम करते हैं.

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