Places to visit in Dwarka in Hindi: द्वारका गुजरात का एक छोटा सा शहर है जो अरब सागर के तट पर स्थित है. द्वारका हिन्दुओ के लिए महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक है. यहाँ कई सरे खुबसूरत मंदिर है जैसे में रुक्मिणी मंदिर, द्वारकाधीश मंदिर, नागेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर जो की 12 ज्योतिर्लिंग शिव मंदिरों में से एक है. यहाँ पर जन्माष्टमी के दिन हजारो संख्या में पर्यटक श्री कृष्ण जे के दर्शन करने आते है.
यदि आप द्वारका घुमने जा रहे हैं तो एक बार द्वारकाधीश मंदिर जरुर जाएँ. यहाँ पर मंदिर के अलावा बीच का भी मज़ा ले सकते हैं. तो चलिए इस लेख के माध्यम से बताते हैं द्वारका के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थलों के बारे में.
1. नागेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर – Nageshwar Jyotirlinga Temple in Hindi

नागेश्वर ज्योतिर्लिंग भोले नाथ शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक माना जाता है जिसके दर्शनमात्र से ही जन्म जन्मो के पाप नष्ट हो जाते हैं. जो शिव भक्त पूरी श्रधा से इससे जुडी कथा सुनता है वो पापो से मुक्त होता है. यदि आप द्वारका जा रहें हाँ तो नागेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर के दर्शन के लिए जरुर जाइए.
यह मंदिर सुबह 6 बजे खुल जाता है और दिन में 12:30 बजे इस मंदिर के पट बंद कर दिए जाते है और संध्या काल में 5 बजे इसके पट खुलते है जो की 9:30 बजे तक खुले रहते हैं. नागेश्वर ज्योतिर्लिंग द्वारका से मात्र 17 km के दुरी पर स्थित है.
2. बेट द्वारका- Bet Dwarka

बेट द्वारका मुख्य शहर से लगभग 32 km के दुरी पर स्थित है और एक छोटा सा द्वीप/ टापू है जो ओका के विकाश से पहले इस क्षेत्र में मुख्य बंदरगाह के रूप में काम में लिया जाता था. कहते है इस स्थान पर भगवान श्री कृष्ण ने अपने मित्र सुदामा से भेट की थी.
यहाँ श्री कृष्ण और सुदामा दोनों के प्रतिमा की पूजा की जाती है. यह भी मान्यता है की यदि आप द्वारका जा रहे है तो द्वारका की यात्रा का पूरा फल तभी मिलता है जब आप बेट द्वारका की यात्रा कर लेते हैं. कहते है इस मंदिर में चावल दान करने से भक्त कई जन्मो तक गरीब नही होते हैं क्युकी सुदामा ने श्री कृष्ण को यही पर चावल की भेट दी थी. तो आप जब भी बेट द्वारका जाये तो तोड़े चावल जरुर ले कर जाइए.
बेट द्वारका में श्री केशव जी का मंदिर है, अभय माता का मंदिर है और एक दरगाह भी है इसके अलावा याह्या आपको कुछ जैन मंदिर भी देखने को मिल जायेगे तो जरुर जाइए बेट द्वारका.
बेट द्वारका जाने का एक मात्र साधन है नाव जो की सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे तक ही जाती है.
3. रुक्मिणी मंदिर- Rukmini Temple

रुक्मिणी मंदिर द्वारका से मात्र 3 km के दुरी पर स्थित है. श्री कृष्ण जी के पहली रानी रुक्मिणी थी. द्वारका के द्वारकाधिश मंदिर से रुक्मिणी मंदिर लगभग 2 km की दुरी पर है. लेकिन फिर भी अद्भुत बात है रुक्मिणी जी का ये मंदिर मात्र 2 km के दुरी पर स्थित होने के बाद भी ये मंदिर द्वारका के शीमा में नही है. ये नगर से बिलकुल बाहर बना हुआ एक छोटा सा मंदिर है.
रुक्मिणी मंदिर द्वारक के मुख्य मंदिरों से भले ही छोटा हो लेकिन रुक्मिणी देवी के सामान उनका मंदिर भी अपने आप में अद्भुत और अनोखा है. तो आप यदि द्वारका जाये तो रुक्मिणी मंदिर के दर्शन करने के लिए जरुर जाएँ.
4. भड्केश्वर महादेव मंदिर-Bhadkeshwar Mahadev Temple

द्वारका से 1.5 km के दुरी पर स्थित ये मंदिर भगवान भोले नाथ शिव को समर्पित है. इस मंदिर के ख़ास बात ये है की ये चारो ओर से पानी से घिरा हुआ है. मान्यता है की यहाँ जो मूर्ति है वो गुरु शंकराचार्य को मिली थी और यहाँ पर फिर भड्केश्वर महादेव मंदिर का स्थापित किया गया था. काफी संख्या में पर्यटक यहाँ पर जाते हैं आपको भी जाना चाहिए.
5. गोपी तालाब- Gopi Lake

यह द्वारका से 5 km के दुरी पर स्थित है और नागेश्वर से लगभग 5 km के दुरी पर एक तालाब है जिसे गोपी तालाब कहा जाता है. और ये स्थान भी द्वारका के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक माना जाता है.
गोपी तालाब या गोपी झील इसका हिन्दू पौराणिक कथाओं में विशेष महत्त्व है इसलिए है की माना जाता है की यह एक दिव्य स्थान है जहा सभी गोपिओ ने भगवान श्री कृष्ण के साथ अपनी आखिरी राशलीला का पर्दर्शन किया था इसके बाद उन्होंने गोपी तालाब में भगवान श्री कृष्ण के साथ एक जुट हो कर शरद पूर्णिमा के रात में मोक्ष प्राप्त कर लिया था.
मान्यता के अनुसार वो सभी गोपी पिली रेत में बदल गयी थी जो की लोकप्रिय रूप से अभी गोपी चन्दन के रूप में जाने जाते हैं. माना जाता है की इसमें अद्भुत दिव्य गुण है जो कई प्रकार के बिमारियों का इलाज कर सकते हैं बिशेष रूप से तब्चा संबंधित जो बीमारियाँ होती है और कई हिन्दुओ द्वारा चन्दन के रूप में इसे अपने माथे पर भी लगाया जाता है जब आप जाए तो गोपी तालाब के दर्शन के लिए जरुर जाएँ.
6. लाइटहाउस- Lighthouse

लाइटहाउस का उपयोग समुन्द्र में चल रही जहाजो के दिशा दिखाने के लिए किया जाता है. इसीलिए हर एक बड़े किनारे पर आपको एक लाइटहाउस जरुर मिलेगा. द्वारका में भी एक लाइटहाउस है. मुख्य मंदिर से लगभग 1.5 km के दुरी पर स्थित है.
ये लाइटहाउस शाम को ही खुलता है अपलोगो के लिए. शाम को 4:30 बजे से 6 बजे तक आप इसमें प्रबेश आकर सकते है और प्रबेश बिलकुल निशुल्क होता है. यहाँ से आप द्वारका नगरी को देखते हैं तो बड़ी अद्भुत दिखती है, अरबसागर से आती हुई ठंडी ठंडी लहरों का मज़ा आप यहाँ पर ले सकते है.
7. द्वारका बीच- Dwarka Beach

द्वारका बीच रिलैक्स होने के लिए एक शानदार जगह है. शाम के समय आप द्वारका बीच पर जाइए रिलैक्स होईये ये बड़ा ही प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है. मुख्य मंदिर के तोड़ी सि दुरी पर ही द्वारका बीच है.
8. गोमती घाट- Gomti Ghat

मुख्य मंदिर से 1 km के दुरी पर स्थित गोमती घाट है और यहाँ आपको जरुर जाना चाहिए. यह एक पवित्र स्थान है गोमती नदी का घाट है जिसपर स्नान भी करते है और आपको जरुर करना चाहिए.
9. गीता मंदिर- Geeta Temple
गीता मनीर 1970 में तैयार किया गाय था और ये भी मुख्य शहर से लगभग 1 km के दुरी पर ही स्थित है. यह मंदिर भगवत गीता और इसकी शिक्षाओं के लिए समर्पित है. हिन्दुओ के धार्मिक पुस्तक भगवत गीता की शिक्षाओं और मूल्य को संरक्षित करने के लिए बनाया गया था. मद्निर परिसर के भीतर तीर्थयात्रियों के लिए आवास उपलब्ध है.
10. सुदामा सेतु- Sudama Setu

सुदामा सेतु मुख्य मंदिरों से 1 km के दुरी पर है. सुदामा सेतु जैसा की आपने लक्ष्मण झूला अपने देखा होगा ऋषिकेश में इसी तरह का एक पुल बना हुआ है जो पैदल चलने वालो लिए गोमती नदी को पार करने के लिए बनाया गया है. यह पुल नदी और अरबसागर के लुभावने दृश्य के लिए प्रसिद्ध है.
द्वारका घुमने का सबसे अच्छा समय- Best time to visit Dwarka in Hindi
द्वारका घुमने का सबसे अच्छा समय सितम्बर से मार्च के बीच तक होता है. यदि आप विशेष रूप से द्वारका के भव्य रूप से मनाये जाने वाले त्योहार जन्माष्टमी महोत्सव में भाग लेना चाहते है तो अगस्त और सितम्बर की यात्रा करना सही होगा.
द्वारका कैसे पहुचे- How to reach Dwarka in Hindi
सड़क मार्ग द्वारा (By Road)- यदि आप द्वारका की यात्रा सड़क मार्ग द्वारा करते हैं तो हम बता दे की राज्य परिवहन गुजरात राज्य के बिभिन्न शहरो से द्वारका के लिए बसें चलती है.
ट्रेन द्वारा (By Train)- यदि आप द्वारका की यात्रा ट्रेन द्वारा करते हैं तो हम बता दे की द्वारका स्टेशन अहमदाबाद ओखा ब्राड गेज रेलवे लाइन अपर स्थित है जहा से राजकोट, अहमदाबाद और जामनगर के लिए रेल सेवा उपलब्ध है.
हवाई जहाज द्वारा (By Flight)- यदि आप द्वारका की यात्रा हवाई जहाज से करते हिन् तो बता दे की द्वारका का निकटतम घरेलू हवाई अड्डा जामनगर में स्थित है जो की 137 km की दुइर पर स्थित है जहाँ से आप टैक्सी द्वारा द्वारका पहुच सकते हैं.