गुवाहटी असम का सबसे बड़ा और लोकप्रिय शहर है जो ब्रहमपुत्र नदी के किनारे स्थित है. प्राचीन समय में गुवाहटी को प्रागज्योतिस्वर के नाम से जाना जाता था. सनाकृति, व्यवसाय और धार्मिक गतिबिधि का केंद्र होने कारण गुवाहटी बेहद रंगीन हो उठता है. गुवाहटी में प्राचीन मंदिर की संख्या बहुत है आयर हर एक मंदिर की कोई न कोई दिलचस्प कहानी सुनने को मिलती है. यहाँ मंदिरों, व्यवसाय के आधुनिक युग को ध्यान रखते हुए शानदार जीवन शैली और खुबसूरत नाइटलाइफ़ का समावेश देखने को मिलती है.
गुवाहटी एक बहुत शानदार डेस्टिनेशन है इसीलिए दूर दूर से पर्यटक यहाँ घुमने के लिए आते हैं. तो आइये हम इस लेख में गुवाहटी के प्रमुख पर्यटक स्थलों के बारे में जानकारी देते हैं.
10. गुवाहटी के पर्यटन स्थल गुवाहटी तारामंडल- Guwahati Ke Paryatan Sthal Guwahati Planetarium In Hindi

गुवाहटी के ऍम.जी रोड पर बना तारामंडल. यहाँ पर बड़ी स्क्रीन पर बड़े ही मनोरंजक तरीके से ब्रह्माण्ड के रह्सियो के बारे में बताया जाता है. जो ब्रह्माण्ड अंतरिक्ष में दिलचस्पी रखने वाले लोग बड़ी संख्या में यहाँ आते है. यह तारामंडल पुरे देश के खगोल विद्या की बिरादरी के लोगो के लिए विज्ञानं सेमिनार और सभा के स्थान के रूप में भी काम करता है. ये तारामंडल गुवाहटी के उजान बाज़ार में रेलवे स्टेशन से 1 km दूर बना हुआ है.
9. बसिष्ठ आश्रम- Basistha Ashram

बसिष्ट आश्रम जो गुवाहटी के बहुत ही दिलचस्प जगह है. कहते है इस जगह को बसिष्ट रामायण के रचैता गुरु बसिष्ट जी ने बनवाया था. माना जाता है कि गुरु बसिष्ट ने इस आश्रम का निर्माण किया था और अपने जीवन की अंतिम साँस भी इसी आश्रम में ली थी. बसिष्ट आश्रम गुवाहटी के रेलवे स्टेशन से 13 km दुर है.
8. क्षेत्रीय विज्ञानं केंद्र- Regional Science Centre
गुवाहटी का विज्ञानं केंद्र एक ज्ञान से भरी जगह है जहा आप उपकरणों, मशीनों और विज्ञानं मॉडल के द्वारा अपनी ज्ञान की लालशा को शांत कर सकते है. इस विज्ञानं केंद्र को 1994 में स्थापित किया गया था. यह विज्ञानं केंद्र गुवाहटी शहर के बहरी इलाके में जवाहर नगर खानापारा में स्थित है और रेलवे स्टेशन से 10 km दूर पर है.
7. श्रीमंता संकरदेव कलाक्षेत्र- Srimanta Sankardev Kalakshetra

श्रीमंता संकरदेव कलाक्षेत्र के मुख्य उद्येश असम की कला, परम्परा और संस्कृति से लोगो को अवगत कराना है. श्रीमंता संकरदेव जी मध्य काल के प्रसिध समाज सुधारक और लेखक थे. श्रीमंता संकरदेव कलाक्षेत्र नामक सांस्कृतिक संस्था जहा पर ना सिर्फ सांकृतिक से जुड़ा एक अच्छा संग्रहालय है, बल्कि चिल्ड्रेन पार्क और पुस्तकालय भी है. यहाँ के थिएटर में परम्परिक नृत्य कार्यकर्म भी आयोजित होते हैं जहा 2000 लोगो की बैठने की जगह है. श्रीमंता संकरदेव कलाक्षेत्र रेलवे स्टेशन से 9 km दूर बताहघुली में है.
6. गुवाहटी में घुमने की जगह पोबितोरा वन्यजीव अभयारण्य- Guwahati Me Ghumne Ki Jagah Pobitora Wildlife Sanctuary In Hindi

यह भारत के सबसे खुबसूरत वन्यजीव अभयारण्यो में से एक है. ये वन्य क्षेत्र अपने जंगली गेंडे के लिए सबसे ज्यदा जाना जाता है, यह जगह गुवाहटी के पूर्ब में 40 km दुरी मोबिगाव जिले में स्थित है. इस वन्यजीवन अभ्यारण में कई प्रजाति के पक्षियों का बसेरा हैं, इस अभ्यारण्य में मुख्य रूप से एक सिंग वाले गेंडे के लिए प्रसिध है और यह अभ्यारण्य 30.8 वर्ग km में फैला हुआ है और 16 वर्ग km में सिर्फ गेंडे रहते हैं, और इसके साथ साथ एशियाई भैस, तेंदुआ , जंगली बिल्ली और जंगली भालू सहित कई अन्य जीव भी देखे जाते हैं.
5. नेहरु पार्क- Nehru Park
गुवाहटी के आवोहवा को इत्मिनान से एन्जॉय करने के लिए गुवाहटी के बीचो बीच एक अच्छा पार्क मौजूद है जो है नेहरु पार्क जो भरत के पहले प्रधानमंत्री श्री पंडित जवाहर लाल नेहरु के नाम पर रखा गया है. इस पार्क में बनी कला कृत्या यहाँ का मुख्य आकर्षण है. नेहरु पार्क को वर्ष 2000 में बनवाया गया था जोकि आज यह आपने वाले पर्यटकों के लिए मुक्य स्थान के रूप में जाना जाता है. यह पार्क गुवाहटी के रेलवे स्टेशन से 1 km दूर है.
4. असम राज्य संग्रहालय- Assam State Museum

1940 में बना असम राज्य संग्रहालय कामरूप अनुसंधान समिति द्वारा बनवाया गया एक अच्छा संग्रहालय है. यहाँ पर प्रदेसित वस्तुओ को अलग अलग भागो में बाट कर दर्शाया गया है जैसे की मुर्तिया, प्राकृतिक इतिहास, लोक कला, शस्त्र आदि. अगर आप असम यात्रा करते हैं और इतिहास में रोचक रखते है तो असम राज्य संग्रहालय जरुर जाएँ.
3. गुवाहटी के धार्मिक स्थल उमानंद मंदिर- Guwahati Ke Dharmik Sthal Umananda Temple In Hindi

यह मंदिर ब्रहमपुत्र नदी के बीच में मौजूद पीकॉक द्वीप पर स्थित है और इस द्वीप का मुख्य आकर्षण उमानंद मंदिर है जहा शिव जी को पूजा जाता है. उमानंद नाम की उत्पत्ति दो शब्दों उमा और आनंद से मिलकर बना है. यहाँ हर साल फरबरी के महीने में पड़ने वाली शिवरात्रि के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं. अगर आप यह मंदिर घुमने जा रहे हैं तोह शाम के समय जाइए, जब सूरज डूब रहा होता है. मंदिर तक आप सिर्फ नाव या स्टीमर क द्वारा पहुच सकते हैं.
2. गुवाहटी के धार्मिक स्थल भूवनेश्वरी मंदिर- Guwahati Ke Dharmik Sthal Bhubaneswari Temple In Hindi

भूवनेश्वरी मंदिर गुवाहटी के दर्शनीय स्थलों में से एक है जो नीलाचल पहाडियों के ऊपर पर स्थित हैं इस मंदिर की उचाई कामख्या मंदिर से अधिक है. एसा कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 7वीं से 9वीं शताब्दी के बीच में कराया गया था.
अम्बुबाची और मनशा पूजा के दौरान यह मंदिर पुरे विस्व से बड़ी संख्या में पर्यटकों और श्रधालुओ को अपनी ओर आकर्षित करती है. ज्यदातर पर्यटक कामख्या से भूवनेश्वरी मंदिर के लिए चढ़ाई करते हैं. भूवनेश्वरी मंदिर रेलवे स्टेशन से 7 km दूर है.
1. गुवाहटी के प्रसिद्ध मंदिर कामख्या मंदिर- Guwahati Ke Prasidh Mandir Kamakhya Temple In Hindi

कामख्या मंदिर भारत के एक अति रहस्मिये मंदिर है यहापर हर साल सावन में अम्बुबाची मेला आयोजित किया जाता है, जिसमे 1000 औरतें शन्तान प्राप्ति का आशीर्वाद लेने के लिए आती हैं. यह मंदिर नीलांचल पहाड़ी पर स्थित है कामख्या मंदिर जो ताकत, इच्छा और प्रजनन शक्ति की देवी कामख्या को समर्पित एक अति महत्ब्पूर्ण मंदिर है. ये मंदिर भारतीय उपमहाद्वीप के 51 शक्ति पीठ स्थलों में से एक है. इस मंदिर के परिसर में दास महाविद्या, भैरव, गणेश और गौरी जैसे अन्य देवी देवताओ की मूर्तियाँ भी लगी हुई है और साथ ही यहाँ पबित्र कुण्ड भी है. यहाँ हर साल जून जुलाई के महीने में अम्बुबची मेले का आयोजन बड़े धूम धाम से होता है. अगर आप असम की यात्रा करते है तोह इस मंदिर में जरुर जाएँ.
गुवाहटी घुमने जाने का सबसे अच्छा समय- Best time to visit Guwahati
गुवाहटी घुमने जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से जून महीने तक का होता है. इस मौसम में गुवाहटी की तापमान भी अनुकूल होती हैं.
गुवाहटी के प्रसिध भोजन- Famous food of Guwahati
गुवाहटी के प्रसिध भोजन मछली,इरोंगबा, कटहल गिरी की चटनी, अदरक की करी, मुगलई और sea फ़ूड भी खाने को मिलती है इसके अलावा मोमोज, थुकपा, झाल मुरी भी खाने को मिलता है.
गुवाहटी कैसे पहुचें- How to reach Guwahati
सड़क द्वारा (By Road)- अगर आप सड़क मार्ग द्वारा यात्रा करते है तो हम बता दे की गुवाहटी शहर असम राज्य और भारत के सभी राज्यों से सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है और आप बस के माध्यम से भी अपनी यात्रा आसानी से कर सकते हैं.
ट्रेन द्वारा (By Train)- अगर आप ट्रेन के द्वारा यात्रा करते हैं तो हम बता दे की गुवाहटी जंक्शन भारत के अन्य मुख्य शहरो से बहुत अच्छी तरह से जुडी हुई है.
हवाई जहाज द्वारा (By Flight)- अगर आप हवाई जहाज से यात्रा करते है तो हम बता दें की गोपीनाथ बोरदोलोई अंतराष्ट्रिये हवाई अड्डा है जो की गुवाहटी शहर से लगभग 20 km की दुरी पर है, और यहाँ से आपको स्थानीय साधन भी आसानी से मिल जायेगे.
गुवाहटी का नक्शा- Guwahati Map
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