जोरहाट में पर्यटक स्थल | Tourist Places in Jorhat in Hindi

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जोरहाट असम के प्रमुख शहरो में से एक है जो ऊपरी असम और नागालैंड के लिए प्रबेश द्वार बना देता है. यह अहोम वंश की राजधानी थी जिसमे 6 शताब्दी से अधिक समय तक असम में शासन किया था. इसी प्रकार शहर में कई इतिहासिक अवशेस है जो अहोम शासन के बारे में बताते हैं.

जोरहाट चाय के बागानों के लिए प्रसिध है क्युकि जोरहाट और इसके आसपास के इलाके में लगभग 135 चाय के बागन स्थित है इसीलिए इस क्षेत्र को चाय का सबसे बड़ा उत्पादक बनाते हैं. अगर आप जोरहाट यात्रा करते हैं तोह चाय के बागानों में जरुर घुमे. चलिए जानते है जोरहाट के प्रमुख पर्यटक स्थलों के बारें में.

जोरहाट में पर्यटक स्थल | Tourist places in Jorhat

1. जोरहाट के पर्यटन स्थल जोरहाट जिमखाना- Jorhat Ke Paryatan Sthal Jorhat Gymkhana In Hindi

जोरहाट जिमखाना क्लब एक खेल स्थान है जिसे वर्ष 1876 में डी स्लीमोन द्वारा बनाया गया था. यहाँ गोल्फ, क्रिकेट,पोलो, घुड़दौर, बिलियर्ड्स मैंचो खेलने के लिए स्थान है, और एक लॉन टेनिस कोर्ट और स्विमिंग पुल भी है. ये सब खेल क्लब की स्थापना के समय से ही खेलते आ रहें हैं. यहाँ एक जेंटलमेन बार और एक थिएटर भी है.

हम बता दे की यह गोल्फ कोर्स एशिया का सबसे पुराना और दुनिया का तीसरा सबसे पुराना कोर्स है और इस क्लब में 9 होल गोल्फ कोर्स हैं. यहाँ हर साल सी.के नायडू अंडर 19 इंडियन  क्रिकेट भी खेला जाता है.

2. जोरहाट के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल ढेकियाखोवा बोरनामघर- Jorhat Ke Prasidh Dharmik Sthal Dhekiakhowa Bornamghar In Hindi

Dhekiakhowa Bornamghar
source-commons.wikimedia.org

ढेकियाखोबा बोरनामघर असम के जोरहाट जिले में स्थित एक प्रसिध नामघर है. यह नामघर 1461 वर्ष में माधवदेवा के द्वारा स्थापित किया गया था. यह नामघर जोरहाट के सबसे पवित्र धार्मिक स्थलों में से एक है. ढेकियाखोवा बोरनामघर जोरहाट से लगभग 15 km की दुरी पर स्थित है और नेशनल हाईवे 37 से मात्र 3.5 km दुरी पर स्थित है.

यह नामघर 13 बीघा क्षेत्र में फैला हुआ है यहाँ पर दर्शन करने के लिए लोग भारी संख्या में आते है और अगस्त -सितम्बर में पर्यटकों की संख्या और बढ़ जाती है.

3. जोरहाट में घुमने की जगह होल्लोनगापर गिब्बन वन्यजीव अभयारण्य- Jorhat Me Ghumne Ki Jagah Hoolongapar Gibbon Sanctuary In Hindi

होल्लोनगापर गिब्बन वन्यजीवन अभयारण्य असम राज्य में स्थित एक संरक्षित क्षेत्र है, भारत की एक मात्र एसी अभयारण्य है जहा हिल्लोक गिब्बन पाए जातें  हैं यही ऐसी गिब्बन है जो भारत में पायें जाते है. यह वन्यजीव अभयारण्य 21 km के क्षेत्रफल में फैला हुआ है और यहाँ कई प्रकार के पक्षी और जानवर रहते है.

इस अभयारण्य को असम सरकार द्वारा 1997 में घोषित किया गया था यह जोरहाट जिले का एक विशेष पर्यटक आकर्षण है और जोरहाट से लगभग 19 km की दुरी पर स्थित है. यहाँ पाए जाने वाले अन्य वन्यजीव प्राणियों में स्टंप-टेल्ड मैकैक, पूर्वी असमिया मैकाक, कैप्ड लंगूर, बाघ, जंगल बिल्लियाँ, जंगली सूअर, विभिन्न प्रकार की गिलहरी और सिवेट, भारतीय हाथी और कई अन्य स्तनधारी शामिल हैं.

4. जोरहाट में घुमने की जगह लचित बोरफुकन मैदाम- Jorhat Me Ghumne Ki Jagah Lachit Borphukan’s Maidam In Hindi

Lachit Borphukan's Maidam
source-commons.wikimedia.org

असम के जोरहाट शहर में कई पर्यटक आकर्षण है जिसमे में से एक लचित बोरफुकन का मैदान भी दर्शनीय स्थलों में से एक है| यह मैदान अहोम जनरल को समर्पित है और उनकी स्मृति में इस भव्य लचित बोरफुकन मैदाम को बनवाया गया था.

मुगलों से गुवाहाटी को वापस जीतने के लिए साराघाट की लड़ाई में बहुत बहादुरी से लड़े. वह महान नेतृत्व कौशल रखने के लिए भी जाने जाते थे. सरायघाट में एक साल की जीत के बाद, कुछ गंभीर स्वास्थ्य मुद्दों के कारण लचित बोरफुकन का निधन हो गया. उनके निधन के बाद इस महादेव का निर्माण स्वर्गदेव उदयदित्य सिंहा ने वर्ष 1672 में करवाया था. इस महान योद्धा के अवशेष यहीं पड़े हैं और असम के लोगों द्वारा उन्हें आज भी याद और सम्मानित किया जाता है.

यह मैडाम, मेलेंग हुलुनगांपुर के गोहेन गांव में स्थित है और गिब्‍बन वन्‍यजीव अभयारण्‍य से 8 km की दूरी पर स्थित है.

5. जोरहाट के पर्यटन स्थल सिन्नोमोरा चाय बगान- Jorhat Ke Paryatan Sthal Sinnomora Tea Garden In Hindi

जोरहट में पहला चाय बगान सिन्नोमोरा चाय बगान है जो की सिर्फ चाय के लिए प्रसिध है. सिन्नोमोरा चाय बगान बर्ष 1850 से ही चाय उत्पादन हो रहा है, इस बगान को मणिराम दीवान के स्वर स्थापित किया गया था. यह बगान जोरहाट शहर से 10 km दुरी पर स्थित है. इस बगान में चाय की छोटी छोटी झाडियो से गुजरते हुए सैर कर सकते हैं.

अगर आप जानने में इच्छुक है की चाय कैसे उगाया जाता, इस काम की कठिनाइयों के बारे  में जानना चाहते है तो सिन्नोमोरा सबसे अच्छा स्थान है यहाँ पर काम करने वाले लोगो से बातचीत और जानकारी ले सकते हैं.

6. निमाती- Nimati

निमाती जोरहट के सबसे महत्ब्पूर्ण बंदरगाह है जो माजुली का एंट्री पॉइंट है जो दुनिया का सबसे बड़ा नदी द्वीप है. निमाती जोरहट से 17 km दुरी पर स्थित है. निमाती घाट शुष्क मौसम में काफी व्यस्त रहता है मानसून के दौरान यह घाट तोडा सा जोखिम भरा हो जाता है. जोरहट शहर से नियमित रूप से बसें चलती है जो पर्यटकों के लिए सबसे अच्छा यातायात का साधन है.

7. जोरहाट के एतिहासिक स्थल लड़ाई गढ़- Jorhat Ke Etihasik Sthal Ladai Garh In Hindi

लड़ाई गढ़ जोरहट का सबसे आकार्सक पर्यटक स्थलों में से है. लड़ाई गढ़ को राजा प्रताप सिंह  ने अपने शहर की सुरक्षा करने के लिए निर्माण किया था और दुशमनो की घुसपैठ रोकने के लिए बनवाया था. इस किले में भाग्य है और तीनो अलग अलग दिशा में स्थित है इसके तीनो भागों का नाम- मेरा गृह, स्वागत गृह, और लड़ाई गृह है. लेकिन अभी ये खंडर के रूप में है और अभी भी यह स्थल भव्य और दर्शनिये है.

यह लड़ाई गढ़ जोरहट से 13 km दुरी पर स्थित है, और यहा से हमेसा टैक्सी मिल जाती है.

जोरहाट घुमने का सबसे अच्छा समय- Best time to visit Jorhat

जोरहाट घुमने का सबसे अच्छा समय नवम्बर से मार्च के बीच में होता है इस बीच जोरहट में ठण्ड रहती है लेकिन सुखद होती है और वसंत के शुरुयात में सबसे आच्छा समय होता है.

जोरहाट कैसे पहुचें- How to reach Jorhat

सड़क द्वारा (By Road)- अगर आप सड़क मार्ग द्वारा यात्रा करते है तो बता दे कई सड़के जोरहाट को अन्य उत्तर पूर्बी शहरो से जोडती है और NH-37 इसे भारत के अन्य स्थानों से जोड़ती है.

ट्रेन द्वारा (By Train)- अगर आप ट्रेन द्वारा यात्रा करते हैं तो बता दे की मरियानी जंक्शन जिले का प्रमुख रेलवे स्टेशन है. यह जिला तिनुस्किया रेलवे डिवीज़न में पड़ता है और यहाँ से कई ट्रेन गुजरती है.

हवाई जहाज द्वारा (By Flight)- अगर आप हवाई जहाज से यात्रा करते हैं तोह बता दें की जोरहाट हवाई अड्डा रोवरिया में स्थित है और विभिन्न स्थानों से और इसके लिए उड़ान उपलब्ध है.

जोरहाट का नक्शा- Jorhat Map

Abhishek
Abhishek

अभिषेक कुमार HindiYatra के संस्थापक और लेखक है. उन्हें नई जगहों का पता लगाने और उनके बारे में लिखने का शौख है.
इनका गृह नगर बिहारशरीफ है. वह एक अशंकालिक ब्लॉगर है और डिजिटल मर्केटर के रूप में काम करते हैं.

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